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कृष्ण, मुकुंद,देव सर्व, पूर्व स्व, अन्तर उभ, प्रथम, चरम वितय, त्रितय अल्प, अर्ध, कतिपय नेम, द्वितीय निर्जर,पाद,दन्त मास, यूप, द्व्यह्न त्र्यह्न,व्यह्न सायाह्न, विश्र्वपा,हाहा वा, श्र्ना हरि, सखि पति,भूपति,कति त्रि,द्वि, औदुलोमि अतिस्त्रि, वातप्रमी ययी, पपी बहुश्रेयसी, कुमारी प्रधी, उन्नी, ग्रामणी नी, सुश्री, यवक्री
कृष्ण, मुकुंद,देव सर्व, पूर्व स्व, अन्तर उभ, प्रथम, चरम वितय, त्रितय अल्प, अर्ध, कतिपय नेम, द्वितीय निर्जर,पाद,दन्त मास, यूप, द्व्यह्न त्र्यह्न,व्यह्न सायाह्न, विश्र्वपा,हाहा वा, श्र्ना हरि, सखि पति,भूपति,कति त्रि,द्वि, औदुलोमि अतिस्त्रि, वातप्रमी ययी, पपी बहुश्रेयसी, कुमारी प्रधी, उन्नी, ग्रामणी नी, सुश्री, यवक्री
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